यदि जन्म कुंडली के बिपरीत आपका नाम है तो आपके जीवन में नकारात्मक परिणाम मिलते रहेंगे। कुंडली के अनुरूप नाम होने पर आपके जीवन खुशहाली और आनंद रहता है परन्तु बिपरीत और नकारात्मक नाम होने पर जीवन में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है, अब इसका उपाय क्या है मेरी उम्र तो 30 वर्ष हो चुकी है, चिंता की कोई बात नहीं आप उपाय जानने के लिए निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें...
भगवान शिव के प्रसन्न होने पर संसार का सारा सुख प्राप्त हो जाता है इसमें तनिक भी संदेह नहीं है। रावण ने शिव को प्रसन्न किया और देखते ही देखते रावण सर्व शक्तिमान बन गया है। जीवन में धन का आभाव होने पर आपको भगवान शिव द्वारा बताया गया शिव तंत्र का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
धन प्राप्त करने का एक मात्र साधन शिव तंत्र है, यह गुप्त रहस्य भगवान शिव ने माता पार्वती को बताया था। इस शिव तंत्र के प्रयोग से आपके जीवन धन का आभाव समाप्त हो जायेगा और घर में खुशहाली आएगी। आपके कर्म फल के अनुशार ही आपको धन की प्राप्ति होती है। भगवान शिव बहुत ही दयालु है।
आपकी जन्म कुंडली में धन प्राप्ति का रहस्य छुपा हुआ है। यदि जीवन में धन की कमी है तो आपको एक बार अपने कुंडली के अनुशार धन प्राप्ति के उपाय अवश्य करना चाहिए, यह उपाय बहुत ही सरल और कम खर्चीले होते है। जीवन के लगभग 90 प्रतिशत कार्य धन से ही संपन्न होते है।
आपकी कुंडली आपको मंत्री कब बनाएगी यह जानने के लिए सबसे पहले यह जानने का प्रयास करें की आपकी राज योग वाला ग्रह आपके लाभ भाव में कब पहुंच रहा है। जब यह ग्रह आपके लाभ भाव में पहुंच जाय तो आपको तुरंत यह शिव तंत्र प्रयोग करना आरम्भ कर देना चाहिए जिससे की आपका राज योग वाला ग्रह प्रबल और प्रचंड हो जाये फिर आपको मंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता।
Astrology deoria: इस दुनिया का सबसे बुद्धिमान व्यक्ति वही है, जिसने धर्म और ज्योतिष को एक साथ लेकरअपने जीवन की दशाओं को समझते हुए जीवन यात्रा को आगे बढ़ाने का कार्य करता है।
Astrology deoria: आज बहुत से ऐसे लोग हैं, जो ना तो धर्म में विश्वास रखते है, और ना ही ज्योतिष में विश्वास रखते, ऐसे लोगों का जीवन दुःख और कलह से भरा होता है क्योंकि इनके जीवन में प्रेम और करुणा का अभाव होता है।
Astrology deoria: जब आपके जीवन से धर्म का अभाव होगा तो उसी क्षण प्रेम का अंत हो जाएगा और जब आपके जीवन सेईश्वर के प्रति अविश्वास होगा उसी क्षण करुणा का भाव समाप्त हो जाएगा और उस व्यक्ति के जीवन में केवल दुःख और कलह उसके साथी बनेंगे।
Bhagwat Katha Vachak deoria:मनुष्य के जीवन को दो तत्व संचालित करते हैं प्रथम तत्व जिसे हम प्रेम के नाम से जानते हैं और दूसरा तत्व जिसे हम करुणा के नाम से जानते हैं। जिस मनुष्य के जीवन में प्रेम और करुणा का अभाव हो जाए उसका जीवन ऊसर भूमि के समान हो जाता है।
Bhagwat Katha Vachak deoria: प्रेम और करुणा से वंचित मनुष्य वह सब कुछ करता है धन कमाता है, दुनिया की सभी सुख संपादक संपदाओं को अर्जित करता है, परंतु हमेशा वह दुखी रहता है क्योंकि उसके जीवन में दुख और कलह स्थाई रूप से निवास कर चुके होते हैं।
Bhagwat Katha Vachak deoria: जहां पर प्रेम और करुणा का निवास होगा याद रखना वहां दुःख और कलह नहीं होगा, और जहां दुख और कलह होगा, वहां प्रेम और करुणा का निवास नहीं होगा। पेड़ पौधे, पशु-पक्षी, इस संसार के जितने भी जीव है सभी प्रेम और करुणा की डोर से बंधे हुए हैं वह इससे अलग नहीं हो सकते।
Jyotish क्या है ? यदि हम Jyotish को समझने का प्रयास करे तो सबसे पहले एक प्रश्न आता है की Jyotish क्या है ? Jyotish एक प्रकार की विधि है जिससे जीवन की घटनाओ को आसानी से जाना जा सकता है। Jyotish पूरी तरह गणना पर आधारित है। Jyotish का गणना जन्म के समय से शुरू होता है और मृत्यु पर समाप्त होता है। Jyotish का प्रयोग बहुत पहले से होता आ रहा है। Jyotish ही एक ऐसा माध्यम है जो मानव जाती को हर मुसीबत से बचाने का कार्य करता आ रहा है। Jyotish आज पूरी दुनिया में जीवन को समझने का मार्ग बन चुका है। आज हर व्यक्ति अपने जीवन की घटनाओ को जानना चाहता है। Jyotish पूरी तरह से प्रामाणिक है।
Jyotish deoria :जीवन को समझने के लिए ज्योतिष सबसे अच्छा विकल्प है। वेद व्यासजी महाराज योग मंत्र ज्योतिष अनुसंधान केंद्र उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्थित है। वेद व्यास जी महाराज भागवत कथा और राम कथा के आध्यात्मिक वक्ता हैं अर्थात कथा वाचक है ।
Jyotish deoria: वेद व्यास जी महाराज पुरे संसार में सनातन धर्म का प्रचार करते है। वेद व्यास जी महाराज कहते है की प्रत्येक मनुष्य की चेतना को जागृत करने का एक मात्र माध्यम सनातन धर्म है। सनातन धर्म के महत्व और इसकी क्षमताओं को संसार ने जाना है समझा है और इसे स्वीकार किया है।
Jyotish deoria: पूज्य श्री वेद व्यास जी महाराज कहते है की हर मनुष्य जन्म के समय से ही वह सच्चा सनातनी होता है परन्तु जैसे जैसे उम्र बढ़ती है तो सामाजिक तर्क उसकी चेतना को समाप्त कर देती है और वह सनातन से दूर हो जाता है यही से मनुष्य की बर्बादी का सफर शुरू हो जाता है।
Jyotish deoria: ज्योतिष के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " मेष " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " चू , चे, चो, ला, ली, लू , ले, लो, अ " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- लाडला इस नाम में ला अक्षर है तो लाडला नामक व्यक्ति की राशि " मेष " होगी।
Astrologer deoria: ज्योतिष के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " वृष " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " ई, उ, ए , ओ, वा, वी, वू , वे, वो " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- वेद इस नाम में सबसे पहले " वे " अक्षर है तो " वेद " नामक व्यक्ति की राशि " वृष " होगी।
Jyotish Kendra deoria: भारतीय ज्योतिष के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " मिथुन " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " का, की, कू, घ, ड़, छ, के, को, ह, " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- केशव इस नाम में सबसे पहले " के " अक्षर है तो " केशव " नामक व्यक्ति की राशि " मिथुन " होगी।
Jyotish Sewa deoria: भारतीय ज्योतिष के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " कर्क " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " ही, हू, हे, ही, डा, डी, डू , डे, डो, " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- हीना इस नाम में सबसे पहले " ही " अक्षर है तो " हीना " नामक व्यक्ति की राशि " कर्क " होगी।
Jyotish Pandit deoria: भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " सिंह " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " मा, मी, मू , में, मो, टा, टी, टू, टे, " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- माधुरी इस नाम में सबसे पहले " मा " अक्षर है तो " माधुरी " नामक व्यक्ति की राशि " सिंह " होगी।
Jyotish deoria: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " कन्या " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " टो, पा, पी, पू , ष, ण, ठ, पे, पो, " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- पीयूष इस नाम में सबसे पहले " पी " अक्षर है तो " पीयूष " नामक व्यक्ति की राशि " कन्या " होगी।
Jyotish deoria: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " तुला " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " रा, री, रु, रे, रो, ता, ती, तू, ते, " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- रीना इस नाम में सबसे पहले " री " अक्षर है तो " रीना " नामक व्यक्ति की राशि " तुला " होगी।
Jyotish deoria: वृश्चिक राशि, वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " वृश्चिक" होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " तो, ना, नी, नू , ने, नो, या, यी, यू , " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- नीलम इस नाम में सबसे पहले " नी " अक्षर है तो " नीलम " नामक व्यक्ति की राशि " वृश्चिक " होगी।
Jyotish deoria: धनु राशि, वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " धनु " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे, " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- भारती इस नाम में सबसे पहले " भा " अक्षर है तो " नीलम " नामक व्यक्ति की राशि " धनु " होगी।
Jyotish deoria : मकर राशि, वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " मकर " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " भो, जा, जी, खी, खू , खे, खो, गा, गी, " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- गीता इस नाम में सबसे पहले " गी " अक्षर है तो " गीता " नामक व्यक्ति की राशि " मकर " होगी।
Jyotish deoria: कुम्भ राशि, ज्योतिष शास्त्र के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 9 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " कुम्भ " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " गू , गे, गो, सा, सी, सू , से, सो, दा, " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- गेना लाल इस नाम में सबसे पहले " गे " अक्षर है तो " गेना लाल " नामक व्यक्ति की राशि " कुम्भ " होगी।
Jyotish deoria: मीन राशि, ज्योतिष शास्त्र के अनुशार, यदि आपके नाम का पहला अक्षर इन 8 अक्षरों से प्रारंभ होता है तो आपकी जन्म राशि " मीन " होगी। ये ज्योतिष अक्षर है, " दी, दू, थ, अ(इया), दे, दो, चा, ची, " अब आप अपने नाम को देखे और मिलान करें की इनमे से कोई अक्षर आपके नाम के शुरू में है या नहीं जैसे- दीनानाथ इस नाम में सबसे पहले " दी " अक्षर है तो " दीनानाथ " नामक व्यक्ति की राशि " मीन " होगी।
Bhagwat Katha deoria : जीवन का आधार प्रेम और करुणा है, इसके बिना जीवन एक रेगिस्तान जैसा है। अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में सुख शांति रहे, तो इस महान मंत्र की मदद लें। यह महा मंत्र जीवन को जीने का मार्ग देता है और हमेशा हम बुराई से दूर रहते हैं। महा मंत्र है सीता राम सीता राम, राम राम हरे हरे, राधे कृष्ण राधे कृष्ण-कृष्ण कृष्ण हरे हरे। "प्रेमदूत वेद व्यास जी महाराज"
Bhagwat Katha Vachak deoria:जीवन का आधार " प्रेम और करुणा" है, इसके बिना जीवन रेगिस्तान के समान है। यदि आप चाहते हैं कि आपके जीवन में सुख शांति बना रहे रहे तो आपको अपने वास्तविक कर्तव्यों को आपको पहचानना होगा। इसके साथ ही धर्म पथ पर बगैर किसी चिंता के आगे बढ़ना होगा, सीता राम और राधे कृष्णा महामंत्र का सहारा लेकर अपने हर कर्म को करते जाइये यह महा मंत्र जीवन के हर दुखो का नाश करेगा और आपको सुख शांति प्रदान करेगा । सीता राम महामंत्र जीवन जीने की राह दिखाता है हर मुसीबत से बचाता है। यह महामंत्र हमेशा बुराईयों से दूर रखेगा, प्रेमदूत वेद व्यास जी महाराज।
Jyotish deoria: हमारे जीवन में धर्म और शास्त्र की अहम भूमिका होती है। धर्म और शास्त्र हमें सिखाते हैं कि इस जीवन को सुचारु रूप से चलाने के लिए हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं। जब हम धर्म से विमुख हो जाते हैं तो निश्चित ही गलत रास्ते पर चलने लगते हैं, जिसका परिणाम हमारे सामने दुख के रूप में सामने आता है।
Jyotish deoria: बुद्धिमान व्यक्ति को हमेशा धर्म का त्याग करना चाहिए और शास्त्र को कभी नहीं छोड़ना चाहिए, हमेशा मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए। ये काम आसान नहीं है लेकिन अगर लगातार कोशिश की जाए तो मुश्किल भी नहीं है. धर्म और शास्त्र एक सच्चे गुरु की तरह हमें सदैव सही रास्ता दिखाते हैं, जो व्यक्ति धर्मग्रंथ के महत्व को समझता है, जो धर्म के महत्व को समझता है, वह जीवन में कभी भी इससे विमुख नहीं हो सकता।
Jyotish deoria: वे लोग बड़े भाग्यशाली होते हैं जिन्हें धर्म का सहारा मिलता है, लेकिन दुर्भाग्य से जब यही धर्म और शास्त्र किसी कारण से भ्रष्ट हो जाता है तो आम लोगों की राह भी डगमगाने लगती है। हमें हर प्रकार से धर्म व शास्त्र को अपनाकर सत्य मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए, यही हम सभी के सच्चे गुरु हैं।
Jyotish deoria: धर्म और ज्योतिष परमपिता परमेश्वर का मनुष्य के लिए अद्वितीय वरदान है, परमपिता परमेश्वर ने एक ऐसा वरदान दिया जिससे मनुष्यअपने जीवन की दिशा और दशा दोनों को सुधार सकता है।
Jyotish deoria: यदि धर्म का मार्ग पकड़ा तो जीवन में सद्मार्ग का उदय होगा और ज्योतिष का मार्ग पकड़ा तो जीवन की की घटनाओं की जानकारी प्राप्त होगी, अतः यह कहा जा सकता है कि ज्योतिष और सनातन धर्म संसार लिए परमपिता परमेश्वर का एक सुंदर उपहार है।
Jyotish deoria:धर्म और ज्योतिष का आपसी संयोग भविष्य को देखने में मदद करता है और वर्तमान को सुधारने में मार्गदर्शन का कार्य करता है, भारतीय ज्योतिष आज पुरे विश्व में प्रसिद्धि प्राप्त कर चूका है।