विवाह के बाद संतान होने में विलम्ब के मुख्य कारण प्रतिकूल ग्रह, कुल दोष, नकारात्मक उर्जा और वास्तु दोष प्रमुख रूप से होते है इसके लिये कुंडली, हस्तरेखा, ध्वनि विज्ञान, व घटित हुए घटनाओ को एक साथ विश्लेषण करके मुख्य कारण का पता लगाया जा सकता है |
संतान प्राप्ति के लिए भगवान शिव की कृपा बहुत जरुरी है, यदि संतान या पुत्र प्राप्ति में बाधा आ रही है तो संतान प्राप्ति अनुष्ठान यज्ञ करना चाहिए जिसके सफल होने पर शीघ्र ही संतान की प्राप्ति हो जाती है|
कई बार यह देखा गया है की मेडिकल जाच में सब कुछ ठीक है फिर भी संतान की प्राप्ति नहीं होती है, जिसका जावाब न तो मेडिकल साइंस के पास है न तो किसी डॉक्टर के पास लेकिन जैसे ही हम मंत्र शक्तियों का सहारा लेते है तो शीघ्र ही संतान की प्राप्ति हो जाती है |
वेदव्यास जी महाराज अनुसंधान केंद्र में प्रत्येक पूर्णमासी के दिन अनुष्ठान का आयोजन होता है जिसमे आप शामिल होकर अपना अनुष्ठान पूरा कर सकते है, यहाँ ऑनलाइन परामर्श की सुविधा भी मिलती है आप अपना परामर्श का समय फोन करके बुक कर सकते है|